आने से जिसके महका ये संसार, है वो मेरा हमसफ़र।
अंधियारी रातों में जो है उजाले का श्रृंगार , है वो मेरा हमसफ़र।
सपनो को हकीकत बनाकर जो मेरी दुनिया सजा रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
सात फेरो के सातो वचनो को हर हाल में जो निभा रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
हूँ मैं अर्धांगिनी पर मुझे जो पूरा हक़ दिल रहा , है वो मेरा हमसफ़र ।
अहसान है उसका मुझ पे मगर वो जो मेरा अहसान मान रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
क्या मैं भी बन पाऊँगी उस जैसी हमसफ़र , जैसा है वो मेरा हमसफ़र………।
अंधियारी रातों में जो है उजाले का श्रृंगार , है वो मेरा हमसफ़र।
सपनो को हकीकत बनाकर जो मेरी दुनिया सजा रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
सात फेरो के सातो वचनो को हर हाल में जो निभा रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
हूँ मैं अर्धांगिनी पर मुझे जो पूरा हक़ दिल रहा , है वो मेरा हमसफ़र ।
अहसान है उसका मुझ पे मगर वो जो मेरा अहसान मान रहा , है वो मेरा हमसफ़र।
क्या मैं भी बन पाऊँगी उस जैसी हमसफ़र , जैसा है वो मेरा हमसफ़र………।